चढा रहा श्रद्धा पुष्प तुमको समर्पित कर श्री गुरु चरणों में । चढा रहा श्रद्धा पुष्प तुमको समर्पित कर श्री गुरु चरणों में ।
हम उस समय पर, होती है जब शुभ सद्भाव पालन की बारी। हम उस समय पर, होती है जब शुभ सद्भाव पालन की बारी।
आजीवन आभारी रहूंगा, मैं आजीवन ही आभारी। आजीवन आभारी रहूंगा, मैं आजीवन ही आभारी।
समर्पण-प्रस्तुत उदात्त प्रेम सागर-सा गम्भीर होता है। समर्पण-प्रस्तुत उदात्त प्रेम सागर-सा गम्भीर होता है।
मेरा सोलमेट बन कर, अपनी प्रीत को, असीम कर जाना। मेरा सोलमेट बन कर, अपनी प्रीत को, असीम कर जाना।
तुम मेरा जीवन श्रृंगार हो पल पल ह्रदय की आस हो। तुम मेरा असीम प्यार हो जीवन पुलकित तुम मेरा जीवन श्रृंगार हो पल पल ह्रदय की आस हो। तुम मेरा असीम प्यार हो ...